कैब कंपनी ओला ने सोमवार को अपने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक पर बेस्ड सेफ्टी फीचर गार्जियन को ऑस्ट्रेलिया समेत भारत के 17 शहरों के लिए जारी किया। यह फीचर राइड के दौरान रियल टाइम डेटा को इस्तेमाल कर अनियमित गतिविधियों की पहचान करता है। इसमें लंबे समय एक जगह रुके रहना और अचानक रास्ता बदलने जैसी संदेहस्पद गतिविधियां शामिल हैं।
मशीन लर्निंग तकनीक के जरिए लगातार ट्रिप पर नजर रखी जाएगी
कोई भी अनियमित और संदिग्ध गतिविधि होने पर गार्जियन फीचर ओला की 24x7 सेफ्टी रिस्पॉन्स टीम को अलर्ट भेजता है। टीम तुरंत यात्री और ड्राइवर से संपर्क कर यह सुनिश्चित करती है कि वह सुरक्षित है या नहीं साथ ही राइड खत्म होने तक उन्हें कॉल के जरिए असिस्ट भी करती है।
ओला ने बताया कि अंतरराष्ट्रिय बाजार के अलावा भारत के कई शहरों सफल पायलट प्रोजक्ट के बाद इसे भारत के 17 शहरों समेत ऑस्ट्रेलिया के पर्थ के लिए जारी कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ओला प्लेटफार्म पर काम करने वाला गार्जियन फीचर मशीन लर्निंग कैपेबिलिटी और आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस तकनीक पर बनाया गया है। इस तकनीक के जरिए यह लगातार सैकड़ों डेटा प्वाइंट्स को समझता है ताकि इमरजेंसी स्थिति से बचा जा सके और स्थिति से निपटा जा सके।
चार मेट्रो शहरों के अलावा इस गार्जियन फीचर को बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, नागपुर, जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, कोयम्बटूर, इंदौर और त्रिची के लिए जारी किया गया है।
ओला के चीफ सेल्स एंड मार्केटिंग ऑफिसर अरुण श्रीनिवास ने बताया कि हमारी सुरक्षा पहल जैसे इमरजेंसी बटन, फेशियल रिकॉग्निशन फोर ड्राइवर ऑथेंटिकेशन और वन टाइम पासवर्ड सिस्टम भारत में ही बनाए गए हैं और अब यह ग्लोबल मोबिलिटी इंडस्ट्री के लिए भी बेंचमार्क बन चुके हैं।